पशुओं में बांझपन के कारण और निवारण
पशुओं में अक्सर बांझपन की समस्या देखने को मिलती हैं। इस समस्या के कारण जो किसान व्यावसायिक रूप से पशुपालन करते हैं उनके लिए काफी मुश्किल हो जाती हैं। पशुओं में बांझपन के कारण और निवारण
पशुओं के कुल प्रतिशत मे से करीब 20 प्रतिशत मामले बांझपन से जुड़े रहते हैं। इसका एक बड़ा कारण प्रजनन क्षमता मे कमी होना भी होता हैं।
अतः इस लेख में हम पशुओं की इसी समस्या के बारे में विस्तार से जानेंगे, तो चलिए शुरू करते हैं।
बांझपन के कारण
बांझपन के कई कारण हो सकते हैं पर सामान्यता यह पशुओं के गर्भ धारण से संबंधित होते हैं। इसमें मादा पशु गर्भ धारण नहीं कर पाती हैं। गर्भ धारण ना करने के कई कारण हो सकते हैं जिनमे मुख्यतया अंडाणुओं या हार्मोनों मे गड़बड़ी या कोई जन्मजात दोष हो सकता हैं। इसके अलावा कुपोषण या कोई संक्रमण या अन्य कोई और कारण भी हो सकते हैं।
पशुओ में गर्भ धारण के लिए यौन चक्र का संतुलित होता अति आवश्यक हैं। गाय और भैंस मे यौन चक्र सामान्यतः 20-25 दिनों में एक बार कई घंटों के लिए होता हैं। पर किसानों और पशुपालकों के लिए इसका पता लगाना काफी मुश्किल होता हैं। क्योंकि यह चक्र गुप्त तरीके से होता हैं तो कई बार इसका पता नहीं चल पाता हैं। जो अनुभवी किसान और पशुपालक होते हैं वो तो पशु के हाव भाव तथा उसकी गतिविधियों के कारण पता लगा लेते हैं। अतः हमें पशु की अच्छी तरह से निगरानी रखनी चाहिए। जिससे कि पशु मे बांझपन की दर को घटाया जा सके।बांझपन के कई कारण हो सकते हैं पर सामान्यता यह पशुओं के गर्भ धारण से संबंधित होते हैं। इसमें मादा पशु गर्भ धारण नहीं कर पाती हैं। गर्भ धारण ना करने के कई कारण हो सकते हैं जिनमे मुख्यतया अंडाणुओं या हार्मोनों मे गड़बड़ी या कोई जन्मजात दोष हो सकता हैं। इसके अलावा कुपोषण या कोई संक्रमण या अन्य कोई और कारण भी हो सकते हैं।
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बांझपन के निवारण के उपाय
बांझपन के निवारण के लिए हम कई उपाय कर सकते हैं जिसमे से कुछ निम्न हैं
1. पशुओ के लिए नियमित हरे चारे और पौष्टिक आहारों की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि उन्हें कुपोषण से बचाया जा सके।
2. पशुओं के कामोत्तेजना दिखाने पर जल्द से जल्द ब्रीडिंग करनी चाहिए।
3. सदैव अच्छी नस्ल के टीके ही लगवाने चाहिए। अगर ब्रीडिंग करवा रहे हैं तो पहले सांड या भैंसे का इतिहास जान लेना चाहिए।
4. जो पशु हीटिंग मे नहीं आते हैं या जिनके यौन चक्र संतुलित नहीं हैं तो चिकित्सक से परामर्श लेकर उनका उपचार किया जाना चाहिए। पशुओं में बांझपन के कारण और निवारण।
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